Life, My Poems

गुरु-आशीष

यह होती है गुरु-आशीष की ताकत :
चिडि़यों से मै बाज तड़ाऊं,
सवा लाख से एक लड़ाऊं,
तभी गोबिंद सिंह नाम कहाऊं!

Guru Asheesh

गुरु-आशीष

सुना है आज समंदर को बड़ा गुमान आया है,
उधर ही ले चलो कश्ती जिधर तूफ़ान  आया है| 
‘त्रेता’ में श्री राम थे धनुष पर बाण को खींचे,
‘कलि’ में मैं हूँ,स्वयं को गुरु-आशीष से सींचे| 
-रविन्द्र कुमार करनानी 

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